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रिच डैड पुअर डैड बुक से 5 सीख 5 Lesson You Can Learned from Rich Dad Poor Dad Book


रिच डैड पुअर डैड बुक से महत्वपूर्ण 5 सीख

रिच डैड पुअर डैड बुक से 5  सीख   5 Lesson You Can Learned from Rich Dad Poor Dad Book



हेलो आपको  मेरा नमस्कार इस आर्टिकल में आपका स्वागत है। 

 इसमें आपको अमीर और गरीब लोगो में 5 आदतें सीखने को मिलेगी , जो रोबर्ट कियोसाकि ने रिच डैड पुअर डैड बुक में बताई हैं, जिनको समझ कर आपकी जिंदगी में एक बहुत बड़ा परिवर्तन हो सकता है।  तो इसआर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें। 
  इसमें आपको  रिच डैड पुअर डैड बुक की 5 महत्वपूर्ण सीख सीखने को मिलेंगी, जिससे पैसों को लेकर आपका पूरा MINDSET बदलने वाला है। 


इससे पहले आपको रिच डैड पुअर डैड बुक के बारे में बता दूँ तो यह बुक रोबर्ट कियोसाकि ने 1997 में publish की जो एक वर्ल्ड बेस्ट सेलिंग बुक्स में से एक हैं। 
इस बुक में रोबर्ट कियोसाकि ने अपने और अपने दोस्त माइक के पिता दोनों की सीख को बताया हैं।  रोबर्ट के पिता एक नौकरीपेशा व्यक्ति थे जिनको रोबर्ट ने पुअर डैड तथा माइक के पिता जो एक सक्सेसफुल बिजनेसमैन थे उनको रोबर्ट ने रिच डैड कहकर सम्बोधित किया हैं। पूरी बुक में जो सीख है वो इन्ही के विचारों को लेकर है। 

वैसे तो इस बुक में 9 अध्याय हैं लेकिन में 5 important लेसन के बारे में ही बात करूँगा।  अगर आप इस बुक को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो  यहाँ पर क्लिक करके खरीद सकते हैं। 

अब बात  करते हैं उन 5 important lesson की जो हम इस article  में सीखने वाले हैं -

1. अमीर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते बल्कि वो लोग पैसे से अपने लिए काम कराते हैं। 

इसका मतलब यह है की अमीर लोग अपने पैसे को इन्वेस्ट करते रहते हैं या सम्पतियाँ खरीदते हैं  ताकि उनका पैसा बढ़ते रहे , जबकि गरीब लोग या मध्यवर्गीय लोग अपने पैसे को SAVE करते हैं और जिंदगी भर अकेले ही काम करते रहते हैं और फिर भी ये सोचते हैं की उनका पैसा बढ़ क्यों नहीं रहा। 

रिच डैड पुअर डैड बुक से 5  सीख   5 Lesson You Can Learned from Rich Dad Poor Dad Book


2. उसे बदलें, जिसे आप बदल सकते हैं 

POOR  MINDSET सोचता है की मेरी समस्या जॉब है , बॉस है , सरकार है या ये है वो है , और वो लोग दूसरों को बदलने की सोचते हैं और जो की संभव नहीं है , जबकि RICH MINDSET खुद को बदलने पर फोकस करता है। RICH  MINDSET यह सोचता है की जीवन में बहुत कुछ है जो हमारे नियंतरण से बाहर  है और अगर परिस्थितियों को बदलना है तो सबसे पहले खुद को बदलना होगा। 

"21 वीं  सदी के निरक्षर वे नहीं होंगे जो पढ़ लिख नहीं सकते , बल्कि वे होंगे जो सीख नहीं सकते, सीखे हुए को भुला नहीं सकते और दुबारा नहीं सीख सकते।"

3. महत्वपूर्ण यह नहीं है की आप कितना पैंसा कमाते हैं।  महत्वपूर्ण तो यह है कि आप कितना पैसा रखते हैं। 

यहाँ पर लेखक ने कुछ ऐंसे अमीर लोगो की के बारे में बताया है जो काफी अमीर हुआ करते थे करोडो के मालिक, लेकिन उनका अंत बेहद ही दुखद था। इसलिए लेखक बताते हैं की वित्तीय बुद्धि के बिना पैसा जल्दी ही चला जाता है। अमीर बनने के लिए सबसे पहले वित्तीय दृष्टि से साक्षर होने की जरुरत है। 

4. अमीर लोग सम्पतियाँ इकठ्ठी करते हैं।  गरीब और मध्यवर्गीय लोग दायित्व इकठ्ठे करते हैं और उन्हें सम्पतियाँ मानते हैं। 

सम्पति मतलब जो हमारी जेब में पैसा डालती है और दायित्व मतलब जो हमारी जेब से पैसे बाहर निकालता है।  यहाँ पर मैं आपको एक आसान से उदाहरण से समझाता हूँ ,आपने कोई बढ़िया सी कार खरीदी अपने PERSONAL USE के लिए , अब ज्यादातर लोग मानते हैं की वह उनकी सम्पति में आती है जबकि लेखक के अनुसार ऐंसा नहीं है वह कार आपकी सम्पति नहीं बल्कि दायित्व है, क्युकी वह कार आपकी जेब से पैसे निकाल रही है। कार लोगे तो उसको चलाने के लिए पेट्रोल भरवाना होगा , सर्विसिंग करवानी पड़ेगी , अगर FINENCE  करवा कर ली है तो उसकी क़िस्त भरनी पड़ेगी , मतलब आपकी जेब से पैसे निकल रहे हैं। लेकिन अगर आप उस कार को PASSANGER के लिए USE करते हो तो वह आपकी सम्पति में आएगी , क्युकी अब वह कार आपकी जेब में पैसे डाल रही है। 
अब लेखक का मतलब ये नहीं है की आपको पर्सनल USE  के लिए कार नहीं खरीदनी है , लेखक कहते हैं की कोई भी दायित्व खरीदने से पहले आपके पास सम्पति होनी चाहिए, जो आपको पैसे कमा के दे रही हो, उसके बाद ही  दायित्व खरीदना चाहिए। 

5. अपने खुद के काम पर ध्यान केंद्रित करें 

लेखक बताते हैं की पैसों की तंगी का प्रायः सबसे स्पष्ट कारण यह होता है कि लोग जिंदगीभर किसी दूसरे के लिए काम करते रहते हैं।
लेखक यह की बताते हैं की "अपने खुद के काम पर ध्यान केंद्रित करना शुरू करें। दिन की नौकरी करते रहें , लेकिन दायित्व नहीं , असली सम्पतियाँ खरीदना शुरू करें।"

ये कुछ महत्वपूर्ण बातें थी जो लेखक ने इस बुक में बताई। 
और अंत में लेखक ने यही बताया की शुरुआत करनी पड़ेगी।  हर जगह सोना बिखरा पड़ा है। ज्यादातर लोगों के पास इसे  देखने का प्रशिक्षण नहीं है। ROBERT KIYOSAKI  बोलते हैं की सबसे IMPORTANT चीज हमारा MINDSET है, हमारा दिमाग इतना शक्तिसाली है की हम अपने दिमाग में जो रखेंगे वही हम बन जाते हैं।  

कुछ और बातें जो लेखक ने बताई -

  अपनी मनचाही चीज पाने  के लिए सबसे पहले उसे  देना होगा। 

" संसार में अक्सर चतुर नहीं , साहसी लोग आगे बढ़ते हैं। "

"सीखने के लिए काम करें , पैसे के लिए काम न करें "

यहीं कुछ IMPORTANT बातें थी जो इस बुक में मेने पढ़ी और भी बहुत कुछ आपको इस बुक में सीखने को मिलेगा उसके लिए आप बुक को PURCHAGE कर सकते हैं या यूट्यूब पर पूरी ऑडियोबुक सुन सकते हैं। 
आशा करता हूँ की इस आर्टिकल को पढ़कर आपका MINDSET थोड़ा तो CHANGE  होगा। 

यहाँ तक पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।  जय हिन्द वंदे मातरम। 




  


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THANK YOU 
















 

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