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जीत आपकी Book Discription

"जीतने वाले कोई अलग काम नहीं करते ,
वे हर काम को अलग ढंग से करते हैं।"    - शिव खेड़ा 


यह किताब किस type की है ?

यह बुक आपके mindset को पॉजिटिव कर देगी आपके जीवन को एक नयी दिशा देने के लिए है , इस बुक में बहुत सारी  स्टोरीज के माधयम से बहुत अच्छे  तरीके से हर बात को रखा गया है। हर अध्याय के बाद कार्ययोजना (Action  Plan )  भी दिया गया हैं।  यह सेल्फ हेल्फ से related  बेस्ट बुक  है। 

यह बुक आपको ३ चीजें बताएगी -

1 . आप क्या हांसिल करना  चाहते हैं ? 
2 . किस तरह से उससे हांसिल करना चाहते हैं  ?
3 . कब तक हांसिल करना चाहते हैं ?


हमारा नजरिया हमें कामयाबी ( OUR ATTITUDE CONTRIBUTES TO SUCCESS)

हार्वर्ड  UNIVERCITY द्वारा कराये गए एक रीसर्च के मुताबिक , 85 प्रतिसत मौकों पर किसी इंसान को नौकरी या तरक्की उसके नजरिये की वजह से मिलती है,जबकि अक्लमंदी या खास FACTS और FIGURES की जानकारी की वजह से केवल 15 प्रतिसत हिस्सेदारी होती है , पर शिक्षा के माध की सारी  रकम  इन्ही चीजों को पढ़ाने में खर्च की जाती है। 
जीत आपकी  बुक 85 प्रतिसत के बारे में ही हैं। ATTITUDE नजरिया ही सब कुछ होता है। इस बुक को पड़ने और अप्लाई करे से आपका पूरा नजरिया बदलने वाला हैं। 

क्या कोई आदमी अच्छे नजरिये के बिना अच्छा अफसर बन सकता है ?
क्या कोई STUDENT अच्छे नजरिये के बिना अच्छा स्टूडेंट बन सकता है ?
क्या माँ बाप, शिक्षक, सेल्समेन, मालिक या कर्मचारी अच्छे नजरिये के बगैर अपना ROLE  अच्छी तरह से निभा सकते हैं ?

हमारा FIELD चाहे  जो  भी हो , कामयाबी की बुनियाद तो नजरिया ही है। 

हीरों से भरा खेत 


हाफिज अफ्रीका का एक किसान था।  वह अपनी जिंदगी में बहुत खुश और संतुष्ट था।  वह खुश इसलिए था क्युकी वह संतुष्ट था और वह संतुष्ट इसलिए था क्युकी वह खुश था।  एक बार एक बुद्धिमान व्यक्ति उसके पास आता है और वह उससे हीरों के महत्व और उसकी ताकत के बारे में बताता है। उसने हाफिज को बताया की अगर उसके पास अंगूठे जितना हीरा हो तो वह पूरा शहर खरीद सकता है और अगर मुट्ठी जितना हीरा हो तो वह पूरा देश खरीद सकता है। वह बुद्धिमान व्यक्ति इतना कहकर चला जाता है।  उस रात हाफिज सो नहीं पाया।  क्युकी वह हीरे के बारे में ही सोचता रहा। 
अगले सुबह वह अपने सारे खेत बेचकर कर और अपने परिवार  का कहीं इंतज़ाम करके हीरे की खोज में निकल पडा। वह हीरे की खोज में पुरे अफ्रीका में भटकता रहा , उसने यूरोप में भी ढूंढा पर उससे वह भी नहीं मिले , हीरे नहीं मिलने की वजह से वह मानशिक, शारीरिक और आर्थिक  रूप से पूरा टूट चूका था , वह इतना मायूस हो चूका था की उसने नदी में कूदकर अपनी जान दे दी। 
इधर जिस व्यक्ति ने हाफिज के खेत ख़रीदे थे वह एक सुबह उन खेतो के बीच  से बहने वाले  नाले में अपने ऊंठों को पानी पीला रहा था तो उससे एक चमकीला पत्थर वह पर दिखा जो सूर्य की रौशनी में इंद्रधनुष की तरह जगमगा रहा था। वह यह सोचकर की वो पत्थर उसकी बैठक  में अच्छा दिखेगा उससे उठा कर ले आया और अपनी बैठक में रख दिया।  उसी दोपहर  वह बुद्धिमान व्यक्ति जिसने हाफिज को हीरों के बारे में बताया था वहां से गुजर रहा था, तो हाफिज के खेतों के नए मालिक से मिलने पहुंचा।  जब उसने वह चमकीला पत्थर देखा तो नए मालिक से पूछा की क्या हाफिज लौट आया?  तो नए मालिक ने जबाब दिया की नहीं, पर आपने यह प्रश्न क्यों पूछा ? तो उस बुद्धिमान व्यक्ति ने जबाब दिया क्युकी जो आपकी बैठक में चमकीला पत्थर रखा है वह  हीरा है और में उसे दूर से ही  पहचान गया था।  तो नए मालिक ने जबाब दिया नहीं यह सिर्फ एक पत्थर है में उससे पास की नाली से लाया।  आईये मैं आपको दिखता हु वहाँ पर बहुत से ऐंसे ही पत्थर पड़े हैं।  उन्होंने वहाँ से नमूने के तौर सारे पत्थर उठाये और जाँच के लिए भेज दिए।  वे पत्थर हीरे ही साबित हुए।  उन्होंने पाया की खेत में दूर दूर तक हीरे दबे हुए हैं। 
 
इस कहानी से हमे 6 सीख मिलती है -

१. जब हमारा नजरिया सही होता है ,तो   हमें महसूस होता है कि  हम हीरों से भरी हुयी जमीन पर चल रहे हैं।  मौके हमेशा हमारे पांवों तले दबे हुए हैं।  हमें उनकी तलाश में कहीं जाने की जरुरत नहीं है।  हमें केवल उनको पहचानना है।  

२. दूसरे के खेत की घास हमेशा हरी लगती है। 

३. हम दूसरों के पास मौजूद चीजों को देखकर ललचाते रहते हैं।  इसी तरह दूसरे हमारे पास मौजूद चीजों को देखकर  ललचाते हैं।  हमसे अपनी जगह की अदला बदली करने का मौका हांसिल करके उन्हें खुसी होगी। 

४. जिन्हे मौके की पहचान नहीं होती, उन्हें मौके का खटखटाना शोर लगता है। 

५. मौका जब आता है तो लोग उसकी अहमियत नहीं पहचानते।  जब मौका जाने लगता है तो उसके पीछे भागते हैं। 

६. कोई मौका दोबारा नहीं खटखटाता।  दूसरा मौका पहले वाले मौके से बेहतर या बदतर हो सकता है , पर वह ठीक पहले वाले मौके जैसा नहीं हो सकता।  इसलिए सही वक़्त पर सही फैसला लेना बेहद जरुरी होता है।  गलत वक़्त पर लिया गया सही फैसला भी गलत फैसला बन जाता है। 


 इस तरह की बहुत सारी कहानियों  के माध्यम से इस बुक में नजरिये के बारे में बताया गया है।  और हर एक अध्याय के बाद action  plan  भी दिया गया है। 


इस बुक में ११ अध्याय हैं - 

1.  नजरिये का महत्व
2. Positive attitude  कैसे विकसित करें 
3. सफलता 
4. हमें कोन सी चीज पीछे धकेल रही है ?
5. प्रेरणा (inspiration )
6. आत्मसम्मान 
7. आपसी मेलजोल का महत्व
8. अच्छी सख्सियत बनाने के 25 तरीके 
9. अवचेतन मन और आदतें 
10. लक्ष्य बनाये 
11. नैतिक मूल्य और दूरंदेशी 



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