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पेन बेचने से शुरुआत कर आज करोड़ों का व्यापार खड़ा किया


पेन बेचने से शुरुआत कर आज करोड़ों का व्यापार खड़ा किया

हम अक्सर किसी अमीर इंसान की उपलब्धियों को देखकर उसकी किस्मत की ही दाद देते हैं लेकिन हमारे ज़हन में ये कभी ख्याल नहीं आता की उसकी इस उपलब्धि के पीछे उसे कितनी मुश्किलें आयी होंगी और उसने किस क़दर मेहनत की होगी। हर सफलता के पीछे एक ज़िद, आत्मविश्वास और दृढ़ निश्चय का हाथ होता है।
अपनी छोटी सी उम्र में अपने भाई के साथ साइकिल पर कभी जिसने पेन बेचकर अपनी शुरुआत की, आज वही करोड़ों की कंपनी खड़ी कर चुका है। पावर बैकउप की दुनियाँ में छाने वाले कुंवर सचदेव ने बिना किसी तकनीकी जानकारी के आज इतना बड़ा साम्राज्य बना लिया है। इन्होने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मैथमेटिकल स्टेटिस्टिक्स और लॉ की डिग्री हासिल की। कुछ दिन नौकरियां भी कीं लेकिन जल्द ही अपना काम करने का विचार बनाते हुए केबल इंस्टालेशन करना शुरू किया। एक खोजकर्ता के रूप में उन्होंने जल्द ही भारत के पॉवर बैकअप इंडस्ट्री के विकास और उनकी जरूरतों को भाँप लिया और 1998 में ही उन्होंने Su-kam Power System की स्थापना की। कुछ ही सालो में कड़ी मशक्कत और महेनत करते हुए उन्होंने Su-kam को इंडियन मल्टीनेशनल कंपनी बना दिया और इसे भारत की सबसे विकसित और तेज़ी से बढ़ने वाली इंडस्ट्री माना जाता है। विश्व के पहले प्लास्टिक बॉडी इन्वर्टर के अविष्कार का श्रेय भी उन्हें ही दिया जाता है और उनके इस अविष्कार को इंडिया टुडे ने “इनोवेशन ऑफ़ द डिकेड” का भी नाम दिया।

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